मोटे तौर पर अगर हम नींबू के छिलके की बात करें तो हम उसे यूं ही फेंक देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि नींबू के छिलके में नींबू से भी ज्यादा गुण छुपे हुए हैं।
अध्ययनों का कहना है कि नींबू के छिलके में नींबू के रस से ज्यादा विटामिन होता है। ना सिर्फ यही बल्कि नींबू का छिलका शरीर में जमे टॉक्सिन से छुटकारा दिलाने में भी मदद करता है।
जब बात नींबू की आती है, तो यह कैंसर कोशिकाओं को मारने में मदद करता है क्योंकि यह 10,000 कीमोथेरेपी से भी ज्यादा मजबूत और प्रभावी है। लेकिन हमें इसको फ्रीज करने की क्या जरुरत है?
नींबू को क्यूं फ्रीज करें?
नवीनतम अनुसंधान से पता चला है कि किस तरह से नींबू और अन्य खट्टे फलों में मौजूद limonoids, जो कि एक प्राकृतिक कंपाउंड है, वह ब्रेस्ट कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है।
नवीनतम अनुसंधान से पता चला है कि किस तरह से नींबू और अन्य खट्टे फलों में मौजूद limonoids, जो कि एक प्राकृतिक कंपाउंड है, वह ब्रेस्ट कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है।
अध्ययनों से पता चला है कि फलों के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। इसललिये अगर नींबू को फ्रिजर में रख कर फ्रीज़ यानी जमा दिया जाए तो उसके पेाषण छिलको से अलग नहीं होंगे।
आपको करना सिर्फ इतना है कि नींबू को धो कर उसे सीधा फ्रीजर में रख दें। फिर आपको इसके छिलके को घिस कर सैलेड, आइसक्रीम, सूप, दाल, नूडल्स, सॉस या अन्य खाने की चीजों में प्रयोग कर सकते हैं।
नींबू, सिस्ट और ट्यूमर को दूर करने में भी मददगार होता है। इसमें एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं जो कि बैकटीरियल इंफेक्शन और फंगस का नाश करता है। इसे खाने से ब्लड प्रेशर हमेशा नियंत्रित रहेगा और पेट के कीड़े भी मरेंगे।
इसलिये आपको हमेशा पूरा नींबू यूज़ करना चाहिये और इनके छिलको को कभी नहीं फेंकना चाहिये। इसे फ्रिजर में रखें और जब प्रयोग करना हो तो आधे या एक घंटे पहले बाहर निकाल कर रख दें, जिससे यह मुलायम हो जाए और आराम से प्रयोग करने लायक बन जाए।